- अगर हमारी अग्यानता की जड़ें गहरी व मज़बूत हैं ? -
- तो क्या आगे का पथ सरल व आसान हो सकता है ?
- शुरुआत कहाँ से की जाय ?
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१ - किसके लिए ? -
२ - मसीहा या पथ ? -
३ - लक्षण क्या अौर कैसे ? -
४ - आधुनिक, सरल व साधनों के अनुरूप ? -
५ - ग्यान की कमी, साधनों की कमी, या विश्वास की कमी ? -
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